आज देश के अधिकांश होनहार छात्र ग़लत रस्ते पे चल दिए है । आज ये देश के होनहार गुमराह हो चुके है । वे पदने और अपने कैरियर बनने के अप्चेचा गन्दी राजनीती का हिस्सा बन्ने में दिल्चाच्स्पी दिखा रहे है। इस का नतीजा है की आज के ये होनहार अपराध करने से भी पीछे नही हट रहे है।
जिसका नमूना डेल्ही या दुसरे बारे शहरों में आसानी से देखा जा सकता है।
मंगलवार, 27 अक्तूबर 2009
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